पुस्तकालय अभिलेख

🅿पुस्तकालय अभिलेख -


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 उच्च प्राथमिक स्तर तक पूस्तकालय प्रभारी किसी एक अध्यापक को बना दिया जाता हैं। माध्यमिक विद्यालयों में स्वतंत्र रूप से पुस्तकालयाध्यक्ष होता हैं। पुस्तकालय में तीन प्रकार के रजिस्टर होते हैं - 
         (1) पुस्तकों का सामान्य रजिस्टर - विद्यालयों में जैसे जैसे पुस्तकें क्रय की जाती हैं उनको इस रजिस्टर में अंकित कर उस पर क्रमांक अंकित कर दिया जाता हैं। इस रजिस्टर में नाम पुस्तकभागलेखकमूल्यविषय क्रमांकक्रय तिथिबिल नम्बर आदि काॅलम होते हैं।
        (2) विषयानुसार रजिस्टर - प्रत्येक विषय का अलग अलग रजिस्टर होता हैंउसमें विषयानुसार क्रमांक - सामान्य रजिस्टर क्रमांकनाम पुस्तकलेखक लिखा जाता हैं। इस रजिस्टर में सामान्य पुस्तक रजिस्टर के आधार पर प्रविष्टि की जाती हैं।
        (3) पुस्तकालय इश्यू रजिस्टर - छात्र विषयानुसार रजिस्टर में वांछित पुस्तक का क्रमांक एक पर्ची में लिख देता हैं। पुस्तकालयाध्यक्ष वह पुस्तक निकालकर कार्ड में व इश्यू रजिस्टर में अंकित कर छात्र को पढने के लिये दे देता हैं। सामान्य रूप से एक छात्र एक पुस्तक 15 दिन से अधिक नहीं रख सकता। अवधि के बाद पुस्तक जमा कराने पर प्रतिदिन के हिसाब से आर्थिक दण्ड जमा कराना पड़ता हैं।
पुस्तकें विषयानुसार विषय क्रमांक अनुसार अलग अलग अलमारियों में रखनी चाहिये। )

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